Duration 5:51

Ganga Aarti श्री गंगा मां की आरती

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Published 13 Aug 2022

ओम जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता । जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ॥ चंद्र सी जोत तुम्हारी, जल निर्मल आता । शरण पडें जो तेरी, सो नर तर जाता ॥ ॥ ओम जय गंगे माता..॥ माता नहीं पिता के गर्भ से जन्मी हैं गंगा मैय्या, ऐसे हुआ यह कारनामा पुत्र सगर के तारे, सब जग को ज्ञाता । कृपा दृष्टि तुम्हारी, त्रिभुवन सुख दाता ॥ ॥ ओम जय गंगे माता..॥ एक ही बार जो तेरी, शारणागति आता । यम की त्रास मिटा कर, परमगति पाता ॥ ॥ ओम जय गंगे माता..॥ आरती मात तुम्हारी, जो जन नित्य गाता । दास वही सहज में, मुक्त्ति को पाता ॥ ॥ ओम जय गंगे माता..॥ कहीं आप भी तो नहीं कर रहे हैं गंगाजल के मामले में ये गलतियां, होता है भारी नुकसान ओम जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता । जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ॥ ओम जय गंगे माता, श्री जय गंगे माता । Rishikesh Ganga Aarti Experience Blissful Ganga aarti The Best one Ganga Aarti

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